चन्द्र शेखर भगत सिंह
सुखदेव न होते तो
हमारा क्या होता
तुम्हे इस आजादी का
मतलब भी पता न होता
यह तो करिश्मा है
उधम सिंह जैसे
शहीदों की कुर्बानी का
वरना हमारा सर भी
उठाने के काबिल न होता............
कैलाश खुलबे "वशिष्ठ"
सोचो अगर हम आज भी होते गुलाम अंग्रेजो के, हर दिल दफ़न होते यहाँ बीके होते शरीर से, भुला दो उस जज्बात को भुला दो उस सौगात को, दरार जिस दिवार में हटा दो उस दिवार को ...., कैलाश खुलबे "वशिष्ठ"
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