गुरुवार, 22 मार्च 2018
Poems & Songs by Kailash Khulbe "KK": सोचो अगर हम आज भी होते गुलाम अंग्रेजो के, हर दिल द...
Poems  &  Songs  by   Kailash Khulbe "KK": सोचो अगर हम आज भी होते गुलाम अंग्रेजो के, हर दिल द...: बदल गए तरप तरप के dil यहाँ हजार के  दे गए वो जान अपनी भारत माँ पुकार   के लुटी थी माँ बहिन की लाज सर लुटे सिंदूर के  पुत्रहीन हुए माँ बाप बच...
Poems & Songs by Kailash Khulbe "KK": सदा स्वस्थ रहने के लिए बात पित्त कफ का संतुलन जरुर...
Poems  &  Songs  by   Kailash Khulbe "KK": सदा स्वस्थ रहने के लिए बात पित्त कफ का संतुलन जरुर...: सदा स्वस्थ रहने के लिए बात पित्त कफ का संतुलन जरुरी है इसके लिए ४ बाते जरुरी  १ खाना खाने के साथ या एक घंटे पहले या बाद तक पानी न पिए  खाने...
सदा स्वस्थ रहने के लिए बात पित्त कफ का संतुलन जरुरी है इसके लिए ४ बाते जरुरी
सदा स्वस्थ रहने के लिए बात पित्त कफ का संतुलन जरुरी है इसके लिए ४ बाते जरुरी
१ खाना खाने के साथ या एक घंटे पहले या बाद तक पानी न पिए खाने के बाद फलो का रस या मठा या दूध पी सकते है
२ पानी कभी भी एक साथ न पी के एक एक घुट पिए ताकि मुँह की लार भी पानी के साथ अंदर जाये और लार के अम्लीय क्षार के कारन आपको कब्ज या एसिडिटी नहीं होगी
३ जिंदगी में कभी भी ठंडा पानी फ्रिज का पानी कोल्डड्रिंक न पिए ये मनुष्य के शरीर के तापमान के विपरीत होने से शरीर के लिए जहर का काम करता है घड़े का पानी बेहतर है
४ चौथा और जरुरी बात सुबह उठकर बिना कुल्ला किये गुनगुना पानी घुट घुट कर पानी पिए ध्यान रहे की रात भर की मुँह की लार पानी के साथ पेट में चले जाये यह मनुष्य को कई बीमारियों से रक्षा करने के साथ साथ पाचन तंत्र की ठीक करता है
ऐसा ब्यक्ति कभी भी बीमार नहीं हो सकता
कैलाश खुल्बे
साभार - आयुर्वेद
१ खाना खाने के साथ या एक घंटे पहले या बाद तक पानी न पिए खाने के बाद फलो का रस या मठा या दूध पी सकते है
२ पानी कभी भी एक साथ न पी के एक एक घुट पिए ताकि मुँह की लार भी पानी के साथ अंदर जाये और लार के अम्लीय क्षार के कारन आपको कब्ज या एसिडिटी नहीं होगी
३ जिंदगी में कभी भी ठंडा पानी फ्रिज का पानी कोल्डड्रिंक न पिए ये मनुष्य के शरीर के तापमान के विपरीत होने से शरीर के लिए जहर का काम करता है घड़े का पानी बेहतर है
४ चौथा और जरुरी बात सुबह उठकर बिना कुल्ला किये गुनगुना पानी घुट घुट कर पानी पिए ध्यान रहे की रात भर की मुँह की लार पानी के साथ पेट में चले जाये यह मनुष्य को कई बीमारियों से रक्षा करने के साथ साथ पाचन तंत्र की ठीक करता है
ऐसा ब्यक्ति कभी भी बीमार नहीं हो सकता
कैलाश खुल्बे
साभार - आयुर्वेद
मंगलवार, 13 मार्च 2018
देघाट रामनगर बस दुर्घटना
 देघाट रामनगर बस दुर्घटना -मेरा राज्य व केंद्र सरका...: देघाट रामनगर बस दुर्घटना -मेरा राज्य व केंद्र सरकारों से अनुरोध है वीडियो को देखकर सम्बंधित अधिकारियो को तुरंत इस रोड pर मौत के इन कुओ को ब...
देघाट रामनगर बस दुर्घटना -मेरा राज्य व केंद्र सरकारों से अनुरोध है वीडियो को देखकर सम्बंधित अधिकारियो को तुरंत इस रोड pर मौत के इन कुओ को बंद कर जनता की यात्रा को सुरक्षित व सुविधाजनक बनाय बजाय स्मार्ट सिटी व बुलेटट्रैन के
हृदयविदारक बस दुर्घटना'- टोटम के पास देघाट रामनगर बस दुर्घटना मई १२ लोगो के मौत और १२-१३ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए गम्भीरो को रामनगर व् हल्द्वानी के लिए रेफर किया गया दिल दहला देने वाली इस घटना ने एक बार फिर से ये सोचने को मजबूर कर दिया की पहाड़ जहा एक और सरकार स्मार्ट सिटी मेट्रो बुलेट ट्रैन के सपने दिखा रही है और शहरो में सौन्दर्यकरण के नाम पर अरबो रुपयों खर्च हो रहे है वही पहाड़ में रामनगर रानीखेत रोड पर जगह जगह गढ्ढे ही गढ्ढे है जो की पहाड़ का मुख्या मार्ग है और सबसे पुराना और व्यस्त सड़क है कई जगह पर ऐसे गढ्ढे है की थोड़ा सा डिस्बैलेंस होने पर बस या कार सीधे खाई में जाएगी जहा कोई भी बचाव नहीं है
आप निचे इस फोट और विडिओ में देख सकते है आपसे अनुरोध है की इसे सरकार तक पहुंचने में मदद करे ताकि कोई कार्यवाही हो और लोगो के जान मॉल की सुरक्षा के साथ साथ यात्रा मंगलमय हो .
गुरुवार, 1 मार्च 2018
औरत [ ये गीत मनुष्य के जीवन में स्त्री के महत्व का वर्णन है }
औरत तेरी कहानी को
मैं प्यार से लिखूंगा
जुल्मो सितम हो तब भी
मैं प्यार ही करूंगा
सदियों से चल रही है
तेरे प्यार की ये गाथा
अल्लाह रहीम इश्वर
सबकी तू जन्मदाता
तुने ही सबको जन्मा
हमको भी तुने जन्मा
तेरे प्यार में पले सब
हमको भी तुने पाला
तेरा कर्ज है सभी पर
तेरे प्यार के सब भूखे
कोई माँ बहिन सा maane
कोई प्यार में तेरे झूले
तू प्यार का है सागर
गमो ki tu है दुनिया
जो भी आए तुझसे मिलने
तेरे प्यार में समाये
तेरे गम की इस घरी me
एक दीप जल रहा हु
तेरे प्यार के ही saaye में
ये गीत लिख रहा हु
कैलाश खुलबे “वशिष्ठ”
यह गीत उन सभी माताओं को समर्पित है जो औरत के अस्तित्वा व् मूल्यों को बनाए रखकर समाज व् देश व् इस duniyaa में honhaar व् संस्कारवान नागरिक को जन्म देती है. तथा इस dharti को अति सुंदर बनाने में अपना योगदान देती है.
स्त्री या माता का महत्व प्रत्येक परिवार, समाज, देश व् दुनिया में क्या है यह गीत उसका वर्णन करने का प्रयास मात्र है. हमे स्त्री के अस्तित्वा को समझते हुए उसे फ़िर से एक विसेस स्थान देना होगा साथ साथ स्त्री को भी अपने अस्तित्व को समझना होगा की स्त्री पुरुषः दोनों एक दुसरे की बिना अधूरे है. v ek dusre के purak है।
एक पुत्र द्वारा माता के देहावसान hone par यह गीत उसे भावपूर्ण श्ह्र्ध्हांजलि है.
 
