गुरुवार, 22 मार्च 2018
Poems & Songs by Kailash Khulbe "KK": सोचो अगर हम आज भी होते गुलाम अंग्रेजो के, हर दिल द...
Poems & Songs by Kailash Khulbe "KK": सोचो अगर हम आज भी होते गुलाम अंग्रेजो के, हर दिल द...: बदल गए तरप तरप के dil यहाँ हजार के दे गए वो जान अपनी भारत माँ पुकार के लुटी थी माँ बहिन की लाज सर लुटे सिंदूर के पुत्रहीन हुए माँ बाप बच...